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जायसवाल समाज लखनऊ द्वारा आयोजित 22वा होली मिलन समारोह एवम् वैवाहिक परिचय कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 9 मार्च को मनाएगा।

लखनऊ। जायसवाल समाज लखनऊ द्वारा आयोजित  22वा होली मिलन समारोह एवम् वैवाहिक परिचय कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 9मार्च 2023 को गांधी प्रेक्षा गृह,कैसरबाग लखनऊ में भव्यता के साथ आयोजित आयोजित किया जा रहा है। होली मिलन में बृज की फूलो की होली मुख्य आकर्षण का केंद्र रहती है। जिसमें विवाह योग्य युवक-युवतियों का परिचय कराया जाएगा। अभी तक हजारों रिश्ते समाज द्वारा कराए जा चुके हैं । जो अपने अपने परिवार के साथ सुखी जीवन यापन कर रहे है। जायसवाल समाज लखनऊ द्वारा होली मिलन एवं वैवाहिक परिचय की स्मारिका 2023 का विमोचन कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि उपमुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार श्री बृजेश पाठक जी एवम् पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा द्वारा किया जाएगा।


इस पत्रिका में करीब 1000 विवाह योग्य युवक-युवतियों के  कलर चित्र सहित विवरण मौजूद होंगे।

जिसमें डॉक्टर,इंजीनियर,अधिवक्ता,सरकारी कर्मचारी,अच्छे व्यवसाई, उद्योगपति आदि शामिल हैं ।

उत्तर प्रदेश जायसवाल स्वर्गीय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री सुरेंद्र जायसवाल जी द्वारा समाज के कार्यों एवम् आर्थिक रूप से कमजोर  विवाह योग्य युवक युक्तियों की  हर संभव मदद की जाती है ।

अध्यक्ष अजय जायसवाल एवं महामंत्री विनोद जायसवाल ने बताया कि अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जो रोजगार विहीन है तो उसकी भी सहायता समाज द्वारा की जाती है उन्होंने यह भी बताया कि समाज में जो निराश्रित महिलाएं हैं उनको प्रत्येक माह पेंशन दी जाती है। तथा समाज में जो मेघावी छात्र हैं जिन्होंने हाई स्कूल ,इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में 75% से अधिक अंक हासिल किया है उनको भी हर वर्ष छात्रवृत्ति दी जाती है। प्रेस वार्ता के दौरान लखनऊ जायसवाल समाज लखनऊ के अध्यक्ष अजय जायसवाल जी और उत्तर प्रदेश जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र जायसवाल ने बताया कि जायसवाल समाज ओबीसी श्रेणी में आने के बावजूद भी उत्तर प्रदेश के जायसवाल एवं उनकी उपजातियां जैसे गुप्ता,शिवहरे,गुलहरे आदि की संख्या लगभग 2 करोड़ है फिर भी समाज के लोगों को     राजनीति में उचित स्थान एवम् अधिकार नहीं मिलता है जबकि प्रदेश सरकार बनाने में जैसवालों की अहम भूमिका होती है।

भारत के सबसे बड़े राज्य  उत्तर प्रदेश में समाज के अभी सिर्फ 5 विधायक   वाराणसी से रविंद्र जायसवाल जी,बहराइच से श्रीमती अनुपमा जायसवाल जी, रमेश जायसवाल जी चंदौली से,मनीष जायसवाल पडरौना से और श्री विजय शिवहरे जो विधानसभा सदस्य आगरा से हैं।

5 विधायकों में से सिर्फ रविंद्र जायसवाल को स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री का दर्जा मिला है। बाकी किसी को भी मंत्री मंडल में जगह नही दी गई है।

जायसवाल समाज  उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करता है कि रविंद्र जायसवाल को कैबिनेट मिनिस्टर का दर्जा दिया जाए तथा जो बाकी हमारे चारों विधायक हैं उनमें से किसी एक विधायक को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त हो। जायसवाल समाज की उत्तर प्रदेश सरकार से कुछ प्रमुख मांगे निम्न प्रकार से है

1.       जैसवालो की स्थानीय निकाय चुनाव में भागीदारी निश्चित की जाए.

2.       राज्य मंत्री श्री रविंद्र जायसवाल जी को कैबिनेट मिनिस्टर का दर्जा दिया जाए,

3.       (वह ऐसे मंत्री हैं जिन्होंने अपनी विधायकी का वेतन आज तक एक भी रुपए नहीं लिया है वो मुख्यमंत्री कोष में दान कर देते है)

4.       चारों जायसवाल विधायको में से किसी एक विधायक को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त हो।

5.       विश्व प्रसिद्ध इतिहासकार एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी "डॉक्टर काशी प्रसाद जायसवाल" को मरणोपरांत भारत रत्न दिया जाए

6.       डॉक्टर काशी प्रसाद जायसवाल की विशाल प्रतिमा मिर्जापुर एवम् बनारस में लगाई जाए ।

7.       कम से कम एक विश्वविद्यालय इतिहासकार एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी "डॉक्टर काशी प्रसाद जायसवाल" जी के नाम पर रखा जाए। जिससे जायसवाल समाज के लोगो का उत्साहवर्धन हो सके तथा वो लोग राजनीति में बड़ चढ़कर हिस्सा ले सके।