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जनपदों की परंपरागत कला और उत्पादों का प्रदर्शन: राज्यपाल की समीक्षा

 

राज्यपाल ने जनपदों के उत्पाद व परंपरागत कला का डिस्प्ले करने की समीक्षा की

प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज विभिन्न जनपदों के एक जनपद-एक उत्पादव परंपरागत कला/क्राफ्ट्स को राजभवन में डिस्प्ले करने हेतु तैयार प्रस्तुतीकरण की समीक्षा की।
राज्यपाल जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अपनी परंपरागत कलाओं के लिए जाना जाता है। प्रदेश के सभी जनपदों के एक जनपद-एक उत्पादके तहत उत्पाद सामग्रियों तथा परंपरागत कला व क्राफ्ट को प्रोत्साहित किए जाने हेतु राजभवन के विभिन्न कक्षों में इनका प्रदर्शन किया जाना चाहिए। उन्होंने राजभवन में संग्रहालय हेतु भी इन उत्पादों को प्रदर्शित करने के निर्देश दिये।


राज्यपाल जी ने कहा कि विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन बेहतर तरीके से हो। परंपरागत क्राफ्ट/कला निर्माण के वीडियो भी बनाए जाएं और प्रदर्शन में उसे भी दर्शाया जाए। उन्होंने कहा कि लकड़ी, पत्थर, टेक्सटाइल, लेदर से संबंधित विभिन्न परंपरागत उत्पाद सामग्रियों का प्रदर्शन किया जाए।
ज्ञातव्य है कि राजभवन में आने वाले अतिथिगण व विजिटर्स हेतु उत्तर प्रदेश के विभिन्न परंपरागत कला/क्राफ्ट्स सामग्री व एक जनपद-एक उत्पादके अन्तर्गत शामिल उत्पादों का राजभवन में विभिन्न कक्षों में डिस्पले किया जायेगा, जिससे आगन्तुक उत्तर प्रदेश की प्राचीन व समृद्ध कला से अवगत हो पायेंगे। इस क्रम में विभिन्न उत्पादों के बेहतर प्रस्तुतीकरण हेतु संबंधित उत्पाद पर फोकस करने हेतु प्रकाश व्यवस्था की भी चर्चा की गयी।
 
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री राज्यपाल डा0 सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा श्री पंकज जॉनी, एक जनपद एक उत्पाद के संयुक्त आयुक्त श्री सुनील कुमार व संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

राज्यपाल द्वारा विभिन्न जनपदों के उत्पाद और परंपरागत कला/क्राफ्ट्स को राजभवन में डिस्प्ले करने का तैयार प्रस्तुतीकरण एक महत्वपूर्ण पहल हो सकता है। इसके कई महत्वपूर्ण उद्देश्य हो सकते हैं:

  1. स्थानीय उत्पादों का प्रमोशन: राज्यपाल के द्वारा जनपदों के विशेष उत्पादों और कला/क्राफ्ट्स को डिस्प्ले करने से स्थानीय कला और उद्योग को प्रोत्साहित किया जा सकता है। यह उन विशेषताओं को प्रमोट करने में मदद कर सकता है जिनका सार्वजनिक ज्ञान और पहचान कम हैं।
  2. सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण: परंपरागत कला और क्राफ्ट्स का प्रदर्शन राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को बचाने में मदद कर सकता है। यह लोगों को उनकी सांस्कृतिक विरासत का महत्व समझने में मदद कर सकता है और विरासत के सजीव रूप को सांजाने में मदद कर सकता है।
  3. स्थानीय उद्योगों का समर्थन: जगहीन कला और क्राफ्ट्स के निर्माताओं को एक बड़े और प्रतिष्ठित मंच पर उनके उत्पादों का प्रदर्शन करने का अवसर मिलता है, जिससे उनका व्यापार बढ़ सकता है।
  4. पर्यावरण के प्रति जागरूकता: कुछ परंपरागत कला और क्राफ्ट्स प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग करते हैं, और इसके माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक होने में मदद मिल सकती है।
  5. सामाजिक सहभागिता: इस प्रकार की प्रस्तुतीकरण स्थानीय कला और उद्योग के लोगों को सामाजिक समर्थन और प्रोत्साहन का अहसास दिला सकता है, जिससे सामूहिक विकास में मदद मिलती है।