प्रयागराज। गंगापार झूंसी के नीबी कला में कथा के तीसरे दिन बुधवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने लगी है। इस दौरान डॉ मदन मोहन मिश्र मानस कोविद साहित्याचार्य महाराज नें श्री राम कथा के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि श्रद्धा, विश्वास और भक्ति से ईश्वर की प्राप्ति संभव है। बताया कि श्री राम का भाव है सदैव रहने वाली सत्ता भाव जिसका ना जन्म होता है ना ही मरण साथ ही सुग्रीव बाली प्रसंग की विस्तार से चर्चा करते हुए बतलाया कि राम के यह आश्वासन देने पर कि राम स्वयं बाली का वध करेंगे, सुग्रीव ने बाली को ललकारा। बाली ललकार सुनकर बाहर आया। दोनों में घमासान युद्ध हुआ, क्योंकि दोनो भाइयों की मुख तथा देह रचना समान थी, इसलिए राम ने असमंजस के कारण अपना बाण नहीं चलाया। अंत में बाली ने सुग्रीव को बुरी तरह परास्त करके दूर खदेड़ दिया। बता दें कि इस राम कथा का श्रवण दिन में 1 से 5 बजे तक शुक्रवार 20 दिसंबर तक किया जा सकता। इस राम कथा का आयोजन समस्त राम भक्तों के सहयोग से पवन द्विवेदी के द्वारा किया जा रहा है।
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