लखनऊ। डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के युवा प्रकोष्ठ से जुड़े नए सदस्य प्रशांत त्रिपाठी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “हम सभी लोगों को एकजुट होकर हर समस्या का समाधान निकालना होगा, अन्यथा वह समय दूर नहीं जब कुछ जातियों के नाम पर भड़काने वाले लोग आपके ही परिवार के खिलाफ माहौल बनाना शुरू कर देंगे। अभी सही समय है कि हम डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के विचारों पर चलें, न कि धर्म और जाति के नाम पर बंटें।”
प्रशांत त्रिपाठी के इस बयान ने उन लोगों पर पलटवार किया है जो धर्म की राजनीति को बढ़ावा देते हैं। उनका यह बयान न सिर्फ सामाजिक सौहार्द की दिशा में एक सकारात्मक पहल है बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाओं का विषय बन गया है।
बताते चलें कि प्रशांत त्रिपाठी फिलहाल राष्ट्रीय लोकदल में बतौर सदस्य सक्रिय हैं और पार्टी के युवा वर्ग एवं किसानों के बीच उनकी गहरी पैठ है। लोगों के बीच उनका जुड़ाव ऐसा रहा है जैसे किसी नायक और जनता का होता है। ऐसे में पार्टी में भविष्य में उन्हें कोई विशेष जिम्मेदारी या पद मिलने की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं।
प्रशांत त्रिपाठी ने पत्रकारिता में वर्षों काम करने के बाद अब राजनीति में सक्रिय कदम बढ़ाया है। वह राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयंत चौधरी जी के नेतृत्व में सामाजिक और राजनीतिक कार्यों में भागीदारी निभा रहे हैं। उनका कहना है कि वह स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह जी और स्वर्गीय अजीत सिंह जी की नीतियों और विचारों से प्रेरणा लेकर समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास कर रहे हैं।
डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती पर दिया गया उनका यह बयान इस बात का प्रतीक है कि युवा पीढ़ी अब राजनीति को जाति और धर्म से ऊपर उठकर सामाजिक सुधार और समानता की दिशा में ले जाना चाहती है।
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