लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज तेजी से बदलता नजर आ रहा है। शनिवार की सुबह प्रदेश के कई जिलों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन और यातायात दोनों प्रभावित हुए। हालांकि इस दौरान न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई, लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि यह राहत ज्यादा दिनों तक टिकने वाली नहीं है। अगले दो से तीन दिनों के बाद तापमान में गिरावट शुरू होगी और ठंड का असर और तेज हो जाएगा।
मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में कोहरे का प्रभाव बना रहेगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में घने कोहरे की संभावना जताई गई है, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल के जिलों में कहीं घना तो कहीं अत्यधिक घना कोहरा देखने को मिल सकता है। इस कारण सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रहने की आशंका है, जिससे सड़क और रेल यातायात पर असर पड़ सकता है।
दो दिन बाद कोहरे से राहत, लेकिन बढ़ेगी ठंड
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, रविवार को प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसका मतलब है कि कोहरे का प्रभाव गंभीर रह सकता है। हालांकि वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले दो दिनों के बाद कोहरे से कुछ हद तक राहत मिल सकती है, लेकिन इसके साथ ही तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शनिवार को तराई क्षेत्रों में घना कोहरा रहा, वहीं पूर्वांचल में बलिया से लेकर अयोध्या तक कई जिलों में कोहरे की स्थिति गंभीर बनी रही। उन्होंने कहा कि बीते 24 घंटों में तापमान में एक से दो डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है और अगले एक-दो दिनों में इसमें हल्की और बढ़ोतरी संभव है, लेकिन इसके बाद पछुआ हवाओं के सक्रिय होने से ठंड का असर बढ़ने लगेगा।
पछुआ हवाओं से बढ़ेगी ठिठुरन
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, जैसे ही पछुआ हवाएं तेज होंगी, वैसे ही न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी। इससे रात और सुबह की ठंड ज्यादा महसूस की जाएगी। हालांकि कोहरे की तीव्रता कुछ हद तक कम हो सकती है, लेकिन ठिठुरन बढ़ने से लोगों को सर्दी का ज्यादा अहसास होगा। खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और खुले में काम करने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
इन जिलों में दर्ज हुआ सबसे कम तापमान
मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को मुजफ्फरनगर में प्रदेश का सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके बाद कानपुर में न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री और बाराबंकी में 7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
वहीं अधिकतम तापमान के मामले में झांसी 26.9 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ऊपर रहा। बहराइच में अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री, जबकि गोरखपुर और प्रयागराज में यह 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी लखनऊ में अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
रास्ते पर होगा गहरा कोहरा, यातायात पर असर
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश के अनुसार, शनिवार को प्रदेश के कई जिलों में दृश्यता बेहद कम दर्ज की गई। मुरादाबाद, वाराणसी, बलिया, आजमगढ़, कानपुर और कुशीनगर में दृश्यता घटकर सिर्फ 50 मीटर रह गई। वहीं शाहजहांपुर और गोरखपुर में दृश्यता 100 मीटर के आसपास रही। राजधानी लखनऊ में दृश्यता अपेक्षाकृत बेहतर रही, लेकिन फिर भी सुबह के समय यह करीब 400 मीटर ही दर्ज की गई।
कम दृश्यता के कारण सुबह के समय हाईवे और ग्रामीण सड़कों पर वाहन चालकों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई जगहों पर वाहन धीमी गति से चलते नजर आए, जबकि ट्रेनें भी देरी से चलने की सूचना मिली।
लोगों को सतर्क रहने की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को कोहरे के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी है। खासतौर पर वाहन चालकों को फॉग लाइट का इस्तेमाल करने, धीमी गति से वाहन चलाने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की गई है। साथ ही ठंड बढ़ने की संभावना को देखते हुए गर्म कपड़ों का उपयोग करने और स्वास्थ्य का ध्यान रखने की भी सलाह दी गई है।





