उन्नाव में पुलिस की निष्क्रियता पर गंभीर सवाल, पीड़िता की शिकायत पर नहीं हुई कार्रवाई
उन्नाव: जिले में एक महिला द्वारा की गई गंभीर शिकायत पर पुलिस की निष्क्रियता ने सवाल खड़े कर दिए हैं। महिला ने पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि 2 अक्टूबर, 2025 की रात एक गंभीर अपराध की घटना उनके इलाके में हुई, जिसमें कई व्यक्तियों ने उन पर हमला करने और शारीरिक अत्याचार करने का प्रयास किया।
घटना के समय महिला खेत में जा रही थी, तभी आरोपियों ने उन्हें पकड़ लिया और जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और कुछ लोगों ने मदद की। बावजूद इसके, महिला ने लिखा कि आरोपी लगातार धमकियां दे रहे हैं और उनकी सुरक्षा को गंभीर खतरा है।
महिला ने पुलिस को 3 अक्टूबर, 2025 को लिखित शिकायत देने के बावजूद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने की बात कही। पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया कि पुलिस की उदासीनता के कारण आरोपी कानून की परवाह किए बिना सक्रिय हैं और पीड़िता के जीवन पर खतरा बना हुआ है।
इस मामले में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब ऐसे गंभीर अपराध के आरोप सामने आते हैं और पुलिस समय पर कार्रवाई नहीं करती, तो यह न्याय व्यवस्था की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है।
पीड़िता ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि आरोपियों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। स्थानीय नागरिकों ने भी प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की है ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए स्पष्ट संदेश दिया जा सके।
यह मामला उन्नाव में कानून व्यवस्था और पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल उठाता है। अधिकारियों की निष्क्रियता और पीड़िता की सुरक्षा पर खतरे को लेकर अब प्रशासन को जवाब देना होगा।